"સતત બીજીવાર ICT SRG બનવા બદલ આપ સૌનો આભાર..."

Tuesday 21 January 2020

પ્રેરણાદાયક લેખ : તા - ૨૨/૦૧/૨૦૨૦ અને બુધવાર


*एक फोटोग्राफ़र ने दुकान के बाहर बोर्ड लगा रखा था।*
*20 रु. में - आप जैसे हैं, वैसा ही फोटो खिंचवाएँ।*
   *30 रु.में - आप जैसा सोचते हैं, वैसा फोटो खिंचवाएँ।*
  *50 रु. में - आप जैसा लोगों को दिखाना चाहें,  वैसा फोटो खिंचवाएँ।*

*बाद में उस फोटोग्राफर ने  अपने संस्मरण में लिखा,*

*मैंने जीवनभर फोटो खींचे, लेकिन किसी ने भी 20 रु.वाला फोटो नहीं खिंचवाया, सभी ने 50 रु. वाले ही खिंचवाए....*

*बस कुछ ऐसी ही हक़ीक़त है- ज़िंदगी की...*

*हम  हमेशा दिखावे के लिए ही जीते रहे है, हमने कभी अपनी वो 20 रुपये वाली जिंदगी जी ही नही!!!*

*ये दुनिया भी कितनी निराली है!*

*जिसकी आँखों में नींद है …. उसके पास अच्छा बिस्तर नहीं …जिसके पास अच्छा बिस्तर है …….उसकी आँखों में नींद नहीं …*

*जिसके मन में दया है ….उसके पास किसी को देने के लिए धन नहीं* …. *और जिसके पास धन है उसके मन में दया नहीं …*

*जिन्हे कद्र है रिश्तों की … उन से कोई रिश्ता रखना नही चाहता....* *जिनसे रिश्ता रखना चाहते हैं ….उन्हें  रिश्तों की कद्र नहीं* 

*जिसको भूख है उसके पास खाने के लिए भोजन नहीं….* *और जिसके पास खाने के लिए भोजन है ………उसको भूख नहीं…*

*कोई अपनों के लिए…. रोटी छोड़ देता है…तो कोई रोटी के लिए….. अपनों को….*

*बताओ , है ना ये दुनिया निराली !!*

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